दीपावली 2024: जानें कब और कैसे करें पूजा, इस विशेष मुहूर्त में मिलेगी मां लक्ष्मी की असीम कृपा
दीपावली या दिवाली भारत का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हर वर्ष कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। 2024 में दीपावली का पर्व 1 नवंबर, शुक्रवार को पड़ रहा है, और इस दिन का इंतजार हर किसी को रहता है क्योंकि इस दिन माता लक्ष्मी के घर आगमन की मान्यता है। यह पर्व न केवल रौशनी, बल्कि समृद्धि, सौभाग्य और नई शुरुआत का प्रतीक भी है।
दिवाली 2024 का शुभ मुहूर्त:
दीपावली की पूजा में सही समय का बहुत महत्व होता है, क्योंकि इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा यदि सही मुहूर्त में की जाए, तो घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है।
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त:
1 नवंबर 2024 को शाम 06:05 बजे से 08:06 बजे तक
इस 2 घंटे 1 मिनट के समय में पूजा करना सबसे शुभ माना गया है। यह समय प्रदोष काल और अमावस्या तिथि का समागम होता है, जो लक्ष्मी पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है।
अमावस्या तिथि प्रारंभ: 1 नवंबर 2024 को सुबह 01:27 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त: 2 नवंबर 2024 को सुबह 02:46 बजे
इस मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती और दरिद्रता का नाश होता है।
दीपावली पूजन विधि:
दिवाली की पूजा बहुत ही विशेष होती है, और इसे विधिपूर्वक करने पर ही इसका पूरा लाभ मिलता है। यहां पर हम आपको सरल और सही विधि बताएंगे, जिससे आप पूजा सही तरीके से कर सकें।
1. पूजा की तैयारी:
- सबसे पहले घर की सफाई करें और अपने घर के हर कोने को अच्छे से साफ करें, क्योंकि मां लक्ष्मी साफ-सुथरे स्थान पर ही आती हैं।
- घर के मुख्य द्वार को फूलों की बंदनवार और रंगोली से सजाएं। इसे शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
- पूजा स्थल को साफ करके वहां पर लाल कपड़ा बिछाएं और मां लक्ष्मी, भगवान गणेश की मूर्तियों को स्थापित करें। उनके साथ धन के देवता कुबेर और भगवान विष्णु की तस्वीर भी रखें।
- पास में चांदी या मिट्टी के दीपक में घी का दीपक जलाएं, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।
2. पूजन विधि:
- सबसे पहले गणपति की पूजा करें, क्योंकि हर शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश का आह्वान किया जाता है।
- फिर मां लक्ष्मी का ध्यान करें और उनके सामने फूल, धूप, दीपक और नैवेद्य (मिठाइयां) अर्पित करें। चावल, रोली, हल्दी का प्रयोग कर तिलक करें।
- माता लक्ष्मी को खील-बताशे, धान, मिठाई, और फल चढ़ाएं। साथ ही, पूजा के दौरान "ॐ श्री लक्ष्म्यै नमः" मंत्र का जाप करें।
- अंत में धन के देवता कुबेर और भगवान विष्णु की पूजा करें। इन्हें धन और संपत्ति की रक्षा का प्रतीक माना जाता है।
- इसके बाद मां लक्ष्मी की आरती गाएं और परिवार के सभी सदस्य एक साथ आरती करें।
- पूजा समाप्त होने के बाद सभी दीपक घर के प्रत्येक कोने में जलाएं, ताकि घर में रौशनी बनी रहे और दरिद्रता दूर हो सके।
दिवाली पर और क्या करें:
1. धन का उपयोग सोच-समझकर करें: इस दिन पैसे या कीमती वस्तुओं का अपव्यय करना अशुभ माना जाता है। इसका उपयोग अच्छे कार्यों में करें।
2. नई वस्तुओं की खरीदारी: दीवाली पर नए कपड़े, गहने, और बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
3.दीपदान: अमावस्या की रात को अपने घर और आंगन को दीपों से रोशन करें, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो।
4. दान-पुण्य: इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना अत्यंत पुण्यदायक माना जाता है। आप अन्न, वस्त्र, या धन का दान कर सकते हैं।
5. पटाखे फोड़ें लेकिन संयम से: दिवाली की रात को पटाखे फोड़ना परंपरा का हिस्सा है, लेकिन पर्यावरण का ख्याल रखते हुए पटाखों का कम उपयोग करें और सभी को सुरक्षित रखें।
दिवाली से जुड़ी खास मान्यताएं:
दीपावली सिर्फ रौशनी का त्योहार नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई पौराणिक कथाएं और धार्मिक मान्यताएं भी जुड़ी हैं। सबसे प्रमुख कथा भगवान राम के अयोध्या वापसी से जुड़ी है। जब भगवान राम 14 वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे, तब वहां के लोगों ने पूरे नगर को दीपों से सजाया था। उसी दिन से यह त्योहार मनाया जाता है। साथ ही, एक और मान्यता के अनुसार इस दिन समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी का प्रकट होना हुआ था, इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
समापन:
दीपावली 2024 का यह पर्व आपके जीवन में उजाला और समृद्धि लाने का अवसर है। सही समय पर पूजा और श्रद्धा के साथ इस पर्व को मनाएं, ताकि मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदा बनी रहे। इस दिवाली पर अपने परिवार के साथ मिलकर पूजा करें और अपने जीवन में खुशियों के दीप जलाएं।
इस दिवाली को खास बनाने के लिए बस आपको पूजा का सही मुहूर्त और विधि का पालन करना है, ताकि आपके घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास हो सके।